जीभ का रंग : आपकी जीभ का रंग कई समस्याओं का संकेत दे सकता है। जी हां, हमारा शरीर हमें कई तरह के संकेत देता है। इन्हीं संकेतों में से एक है जीभ का रंग। आपकी जीभ का रंग बता सकता है कि व्यक्ति को कौन सी बीमारी हो रही है। ऐसे में जीभ के रंग और बीमारी के बीच संबंध के बारे में जानना जरूरी है।
अगर आपकी जीभ मुलायम है तो इसका मतलब है कि आपके शरीर में जरूरी विटामिन्स की कमी है। उदाहरण के लिए, शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं को बनाने वाले विटामिन की कमी हो सकती है। शरीर में विटामिन बी12 और आयरन की कमी होने पर जीभ मुलायम हो जाती है। हमारी जीभ की ऊपरी सतह पर हल्का सा उभार बन जाता है। इसे पपीला कहते हैं। ऐसे में अगर शरीर में विटामिन्स की कमी हो जाए तो ये पपीले गिरने लगते हैं, जिससे जीभ मुलायम हो जाती है।
अगर आपको अपनी जीभ पर निशान दिखाई देता है और यह निशान नियमित रूप से दिखाई देता है तो इसका मतलब है कि आप तनाव से पीड़ित हैं। यानी आप किसी बात को लेकर परेशान हैं। हालांकि कई बार कुछ खाते समय या दांत साफ करते समय जीभ दांतों के नीचे आ जाती है जिससे ये घाव बन जाते हैं। लेकिन अगर ऐसा हर दिन होता है तो इसका मतलब है कि आप तनाव से ग्रसित हैं। कई शोधों में इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि जब भी कोई व्यक्ति चिंतित होता है तो वह अपने गाल की त्वचा और जीभ को काट लेता है। ऐसे में जीभ में चोट लगना सामान्य बात है।
अगर आपकी जीभ स्ट्रॉबेरी के रंग की तरह लाल हो गई है तो इसका मतलब है कि आपके शरीर में किसी तरह की एलर्जी है। गले में खराश या सूजन एक प्रकार की एलर्जी के लक्षण हैं। इनके कारण जीभ लाल नजर आने लगती है। ऐसा तब होता है जब बैक्टीरिया जीभ में एक लाल विष छोड़ते हैं, जिससे जीभ लाल दिखाई देती है।
